डीप लर्निंग की ये बाते  चौका देगी

ये तथ्य आपको डीप लर्निंग के बारे में अधिक समझने में मदद करेंगे

डीप लर्निंग एक उपकरण है, जिसका उपयोग बड़े और जटिल डेटा सेट के अनुमानित निकटवर्ती तत्वों को समझने में किया जाता है।

यह एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के उपकरणों का एक प्रकार है, जिसमें न्यूरल नेटवर्क के माध्यम से लर्निंग की प्रक्रिया होती है।

डीप लर्निंग उन्हें फीचर्स (सुविधाएँ) का स्वयं सीखने में मदद करता है, जो पिछले अनुभव से सीखे गए नहीं होते।

इसके लिए अधिकतम विधि विकसित होती है, जो अनुशासित शिक्षा नहीं बल्कि आज्ञाकारी शिक्षा आधारित होती है।

यह विभिन्न क्षेत्रों में उपयोग होता है, जैसे कि विज्ञान, चिकित्सा, वित्तीय विश्लेषण, संचार, और स्वयं-संचालित वाहन इत्यादि

यह आवेगी मशीन सीखने के लिए उपयोगी होता है, जिसमें यह मानचित्रण, वेब सर्च, और भाषा अनुवाद में अद्भुत प्रदर्शन करता है

इसके लिए बड़े डेटा सेट, गहनता से समझौते और ऊर्जा की अधिकता की आवश्यकता होती है।

डीप लर्निंग में न्यूरल नेटवर्क जिम्मेदार भूमिका निभाते हैं, जिसमें इंसानी मस्तिष्क के कुछ तत्व भी शामिल होते हैं।

यह डाटा की प्राकृतिक विशेषताओं को खोजने और समझने में मदद करता है जो आमतौर पर मानव मस्तिष्क के लिए अदृश्य होते हैं

डीप लर्निंग एक निरंतर विकासशील क्षेत्र है और नवीनतम अनुसंधान और नए अल्गोरिदमों के लिए मांग बढ़ रही है।