सॉफ़्टवेयर इंजीनियर (टेक्निकल लीडर): सॉफ़्टवेयर इंजीनियर की सालाना सैलरी 10 लाख रुपये से अधिक हो सकती है।
सिविल इंजीनियर (पर्यावरण): सिविल इंजीनियरों की सालाना सैलरी यदि वे पर्यावरण क्षेत्र में काम करते हैं, तो 10 लाख रुपये से अधिक हो सकती है।
इलेक्ट्रिकल इंजीनियर (ऊर्जा): ऊर्जा सेक्टर में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरों की सालाना सैलरी 10 लाख रुपये से अधिक हो सकती है।
मैकेनिकल इंजीनियर (ऑटोमोटिव): ऑटोमोटिव इंजीनियर की सालाना सैलरी यदि वे ऑटोमोटिव क्षेत्र में काम करते हैं, तो 10 लाख रुपये से अधिक हो सकती है।
इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर (कंप्यूटर हार्डवेयर): कंप्यूटर हार्डवेयर कंपनियों में इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरों की सालाना सैलरी 10 लाख रुपये से अधिक हो सकती है।
चेमिकल इंजीनियर (फ़ार्मा): फ़ार्मास्यूटिकल उद्योग में चेमिकल इंजीनियरों की सालाना सैलरी 10 लाख रुपये से अधिक हो सकती है।
इंडस्ट्रियल इंजीनियर (मैन्यूफ़ैक्चरिंग): मैन्यूफ़ैक्चरिंग क्षेत्र में इंडस्ट्रियल इंजीनियर की सालाना सैलरी 10 लाख रुपये से अधिक हो सकती है।
बायोमेडिकल इंजीनियर (अस्पताल): अस्पतालों में बायोमेडिकल इंजीनियरों की सालाना सैलरी 10 लाख रुपये से अधिक हो सकती है।
एरोनॉटिक्स इंजीनियर: विमानिकी क्षेत्र में एरोनॉटिक्स इंजीनियर की सालाना सैलरी 10 लाख रुपये से अधिक हो सकती है।
कृपया ध्यान दें कि ये सैलरी आंकड़े व्यक्तिगत होते हैं और विभिन्न कारणों पर निर्भर करते हैं, जैसे कि क्षेत्र, बड़ा शहर या छोटा